रूठों को मना ही लें .....
आप सभी Achhibatein के रंगमय पाठकों को होली की रंग भरी शुभ-कामनाएं ....
आइये इस होलिका दहन पर हम भी दहन करें अपनी ...
असफलताएं ,डर , तनाव ,चिन्ताएं ,आलस ,क्रोध , अहंकार ,लापरवाही जैसे अनगिनत होलिका रूपी बुराइयों का ...
और अपने जीवन को भरें ...
प्यार ,ख़ुशी ,संतोष ,सुख,समृद्धि ,सहकार ,नए उत्साह ,उमंग के सतरंगी रंगों से .....
इस होली पर किसी ऐसे व्यक्ति को रंग जरूर लगायें ! जो आपसे या आप जिससे बहुत समय से रूठे हुए हैं ! बस एक चुटकी गुलाल ,गाल पर ......!
मेरे कॉलेज time में मेरी एक अच्छे दोस्त से अनबन हो गई थी ! बोलना बंद हो गया था ! हम आपस में चाह कर भी नहीं बोल रहे थे ! फिर होली का दिन आया ! हम hostel में ही थे ! हम सभी दोस्तों ने जम कर होली खेली ! होली खेलते हुए हम दोनों अचानक आमने सामने आ गए ! एक सेकंड एक दूसरे को देखा ,और कब हमारे हाथों का गुलाल दूसरे के गाल पर लग गया ,पता ही नहीं चला ! महीनो बाद हम दिल से वापस गले मिले ! सच में एक सुखद अहसास .....!
तो इस होली पर आप भी किसी अपने रूठे को मना ही लीजिये !
पुनः आप सबको ...........
HAPPY- HOLI
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