दोस्तों ,
नवरात्र के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक मंगल कामनाएं !
दुआ है
शक्ति ,साहस ,बल , सदबुद्धि को देने वाली माता भगवती
achhibatein के सभी सुधि पाठक जनों और
इस संसार के सभी प्राणियों को
अपने आशीष से नवाजें !
नवरात्र के नौ दिनों में माँ भगवती के नौ रूपों का पूजन किया जाता है ! इन्हें नौ दुर्गा के नाम से जाना जाता है ! ये नव दुर्गाएं हैं ---
शेलपुत्री ,ब्र्हम्चारिणी ,,चंद्रघंटा ,कुष्मांडा , स्कंध्माता , कात्यायिनी , कालरात्रि , महागौरी एवं सिद्धिदात्री !
दुर्गा शब्द ही अपने आप में विशिष्ट है ! दुर्गा शब्द --द ,उ ,र ,ग ,आ अक्षरों से मिलकर बना है !
द --देत्यनाशक
उ -- विघ्ननाशक
र -- रोगनाशक
ग --पापनाशक
आ --भय और शत्रु विनाशक हैं !
देवी भागवत पुराण के अनुसार प्रत्येक कन्या को देवी का स्वरुप ही माना जाता है ! 2 से 10 वर्ष की आयु के मध्य अलग-अलग आयु के अनुसार देवी के अलग -अलग नाम होते हैं ----
2 साल की कन्या ----- कुमारी
3 साल की कन्या ----- त्रिमूर्ति
4 साल की कन्या ---कल्याणी
5 साल की कन्या ---- रोहिणी
6 साल की कन्या ---- कालिका
7 साल की कन्या ---- चंडिका
8 साल की कन्या ---- शाम्भवी
9 साल की कन्या ---- दुर्गा
10 साल की कन्या ----सुभद्रा के रूप में होती है !
इस संसार में सर्वत्र शक्ति का ही साम्राज्य है ,अतः शक्ति की उपासना करने से व्यक्ति की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ! ऐसा व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है ,जीवन में सफल होता है और सर्वत्र पूज्य होता है !
आइये इस नवरात्र पर हम भी माँ भगवती से सच्चे मन से शक्ति और सदबुद्धि की कामना करें !
पुनः आप सभी को नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं ..................
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