may14

शुक्रवार, 24 अगस्त 2012

अच्छी सेहत का राज ...




                                              अच्छी सेहत का फ़ॉर्मूला 

दोस्तों    शायद  आप सोच रहे होंगे की इस artical मे आपको मै   कुछ 2 +2 =4 जैसा सीधा तरीका बताने वाला हूँ ,  सेहत के लिए ,  है ना ? 
चलिए ,सेहत का नुस्खा जानने के पहले हम ये तो जान लें ,  की सेहत या स्वास्थ्य (health ) की परिभाषा क्या है ?   आप किसे स्वस्थ मानेंगे ?किसी bodybuilder को,   किसी हीरो को,   कोई गोरा इंसान ,   कोई बहत सुंदर  महिला ,  कोई femous person ,  कोई अमीर या कोई पहलवान ?
दोस्तों ये सारे आधार सफलता के हो सकते हैं सेहत के नहीं !

आयुर्वेद के  शब्दों मे   स्वस्थ वही है   जिसकी अग्नि सम है ,सारे system     (heart ,kidney ,lungs ,stomach  etc .)   सही काम कर  रहे हैं ,समय से भूख , समय से motion , समय से सही नींद जिसे आती है !   जिसकी आत्मा ,मन और 10 इन्द्रियां प्रसन्न है ,  मतलब देखना,सुनना,बोलना,सूंघना सांस लेना ,महसूस करना वगेरह ,जिसका सही है वही स्वस्थ है !
संपूर्ण स्वस्थ्य वही है   जो ना सिर्फ शरीर  से बल्कि मन से भी स्वस्थ है !   ऐसे लोग आपको अक्सर दिख जाएँगे जो दिखने मे तो पहलवान हैं पर मन से बड़े कमजोर  हैं ,  depressed हैं !   ऐसे लोग भी स्वास्थय की सीमा मे नहीं आते हैं !
चलिए ,  अब बात करते हैं अच्छी सेहत के formule की .....

जिस तरह एक तिपाई (स्टूल)   तीन पैरों पर टिका होता है ,  उसी तरह आपकी health भी स्टूल की तरह इन तीन   पैरों पर टिकी होती है ,  ये हैं ---

1 .  आहार ,भोजन (food )            2 व्यायाम,कसरत (exercise )            3 आराम ( rest ,comfort )

अच्छी सेहत के पेपर को हम 100 numbers  का मान सकते हैं , जिसमे  आहार ,व्यायाम और आराम  इन तीनो sections को हम 30 -30 numbers का मान सकते हैं  ,   बचे हुए 10 no.   grace  के  (medicins etc .) लिए रख सकते हैं !

health के पेपर मे पास होने के लिए तीनो section मे अलग अलग पास होना जरूरी है   तभी totally उसे पास माना जाएगा !   लेकिन दोस्तों होता ये है   की भोजन के section मे तो हम 30 मे से 28 no.  ले आते हैं ,  लेकिन व्यायाम और आराम के section मे 4 या 5 से ज्यादा no.    नहीं ला पाते ,   इसीलिए intotal हम health के पेपर मे अधिकतर   फ़ैल ही हो जाते हैं ,  या supplementery लाते हैं ,  फिर वो जो 10 marks  ग्रेस के हैं   मतलब medicins ,injections ,doctor etc .  उनकी सहायता से फिर हम health के passing marks ला पाते हैं !,है ना?

36 % से पास होने वाला और 90 -95 % से distinction लाने वाले मे जो अंतर होता है   वही अंतर एक healthy और बीमार मे होता है !   और आप जानते हैं की जब numbers बहुत ही कम हों  तो paasing marks (doctors ,medicines ) भी उसे पास नहीं करा सकते ,  वो तो फिर फेल ही होता है finally !
 चलिए  अब इन तीनो के बारे मे भी थोड़ी सी चर्चा  कर ली जाए ------

!. भोजन (food )--   जिस तरह किसी कार का भोजन पेट्रोल होता है जो उसे चलने की energy देता है ,  उसी तरह हमारा खाना हमारी इस machine (बॉडी) को चलाने   की energy देता है !   आप भी जानते हैं की पेट्रोल जितनी बढ़िया quality (speed वाला,)    का होगा उतनी ही ज्यादा milege देगा और  engine  भी उतना ही सही रहेगा .वहीँ  घांसलेट मिला हलकी quality का पेट्रोल गाड़ी की milege और life दोनों कम कर देगा !        उसी तरह बढ़िया ,healthy ,neutritious food आपको healthy और fit रखेगा !   
लेकिन यहाँ मै   एक बात कहना चाहुंगा ,  की  शुरू से ही  खाना हम 2 कारणों से लेते हैं  -----1 .शक्ति (energy ) के लिए और 2 . स्वाद (teste ) के लिए ..
शक्ति और स्वाद की कुश्ती मे ,  अधिकतर जीतता   स्वाद ही है ,  है ना ? और स्वाद ,अपने २ सेकंड   के स्वाद के लिए हमे वो चीजें भी खिला देता है   जो हमारे लिए कही से भी फायदेमंद   नहीं हैं !  (pizza ,burger ,junk फ़ूड, spicy ,cold drink ,drink .............)

२.व्यायाम (exercise )----  ये किसी भी रूप मे हो सकती है ,योग,एरोबिक्स,प्राणायाम,morning walk ,jogging ,इत्यादि !
व्यायाम उस police की तरह है  जो सारे शहर    मे मुस्तेदी से गस्त  करती है और कही भी चोर ,बदमाशो का अड्डा नहीं बनने देती !   उसी तरह exercise आपकी body को rhythm  मे ,tone मे   रखती है ,  और मोटापा,B.P.आलस्य    जैसी बिमारियों को शारीर से दूर रखती है ! 
जिस तरह इक शर्ट iron (प्रेस) करने के बाद ही चमकती  है   और सलवट से रहित   सुंदर दिखती है ,  उसी तरह exercise आपकी body को fit  रखती है रिंकल्स देर से पड़ते हैं और बॉडी ग्लो भी करती है !

3 . आराम (rest )--   यहाँ मै आराम की बात कर रहा हूँ   आलस की नहीं !   दिन भर  जीतोड़   मेहनत करने के बाद  जो किया जाता है वो आराम है   और सुबह उठने के बाद जो सज्जन  बिना कुछ किये ही थक    जाते हैं ,  वापस बिस्तर    की शरण मे चले जाते हैं ,वो आलस है ना की आराम !
कोई भी मोटर या मशीन ज्यादा देर लगातार चलाने  पर गरम होकर  ख़राब हो सकती है   इसीलिए बीच बीच मे उसे बंद कर के  आराम देते हैं ,उसी तरह दिन भर ,लगातार शारीर और मन से थकने के बाद हमे भी हमारी मशीन को ठंडा ओर repair करने के लिए आराम की जरूरत होती है !      परमात्मा ने  दिन काम के लिए और रात आराम के लिए बनाई है ! 
तो दोस्तों अगर हमे वाकई मे healthy रहना है तो हमे अपने health के तीनो पेरों को मजबूत रखना पड़ेगा !

अपने कमेंट्स से जरूर वाकिफ कराते रहिये !


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